इसका आवेश शून्य होता है अर्थात यह एक उदासीन कण है।
2.
उदासीन कण जैसे फोटान तथा न्युट्रान की जांच ट्रेकींग कक्ष मे संभव नही है।
3.
ऋण कण, धन कण, उदासीन कण ३ और प्रकाश कण-रूप बन गए ।
4.
इलेक्ट्रान, म्युऑन एवं टाउ कणों में विद्युत आवेश, द्रव्यमान एवं घूर्णन होता है जबकि न्युट्रिनो उदासीन कण होते हैं जिनका द्रव्यमान नगण्य होता है।
5.
यह बुलबुला सौर मंडल से बाहर से आये आवेशित कणो को सौर मंडल मे प्रवेश से रोकता है लेकिन उदासीन कण सौर मंडल मे स्वतंत्र रूप से प्रवेश कर सकते है और इन्ही कणो का
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यह बुलबुला सौर मंडल से बाहर से आये आवेशित कणो को सौर मंडल मे प्रवेश से रोकता है लेकिन उदासीन कण सौर मंडल मे स्वतंत्र रूप से प्रवेश कर सकते है और इन्ही कणो का IBEX ने मापन कीया है।
7.
प्रति सहस्र हलके उपकण से, बना एक परमाणु-पूर्व कण ४ ॥ ३ १-तापमान अति न्यून हुआ जब, धन कण, उदासीन कण सारे, जो परमाणु पूर्व के कण थे ; हो संयुक्त परमाणु बन गए ।
8.
प्रश्न: चुंबकिय क्षेत्र मे कोई उदासीन कण किस दिशा मे जायेगा? उत्तर: सीधी रेखा मे! लेकिन उदासीन कण चुंबकिय क्षेत्र मे अपना पथ नही छोड़ते है, उन्हे उनके क्षय होने के बाद निर्मित कणो की उपस्थिती या प्रक्रिया मे गुम संवेग / ऊर्जा से जाना जाता है।
9.
प्रश्न: चुंबकिय क्षेत्र मे कोई उदासीन कण किस दिशा मे जायेगा? उत्तर: सीधी रेखा मे! लेकिन उदासीन कण चुंबकिय क्षेत्र मे अपना पथ नही छोड़ते है, उन्हे उनके क्षय होने के बाद निर्मित कणो की उपस्थिती या प्रक्रिया मे गुम संवेग / ऊर्जा से जाना जाता है।